आपके सिवा इस दिल को
कोई हसरत नहीं
थाम कर हाथ, छोड़ दें साथ
ये हमारी फ़ितरत नहीं
मर मिटे हैं हम आपकी अदाओं पर
आप को दिल लगाने कि फुर्सत नहीं
हम भूल जाएँ आपको
ये हरगिज़ मुमकिन नहीं
आप शामिल हैं हमारे वजूद में
पर, हमें पास आने तक कि इजाज़त नहीं.
(सरिता पत्रिका में प्रकाशित)
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