Thursday, August 31, 2023

Wave: Acrylic Painting (and a poem)

 


My painting



चली आई है दबे पाँव,

इन मलंग लहरों के शोर के बीच

तुम्हारी याद की गूंज...


समंदर के नीले कैनवस पर

मचलती ये लहरें नहीं

बातें हैं तुम्हारी

जो तुमने कही थी मुझसे

बिना कुछ कहे...


This post is part of Blogchatter's Half Marathon


When it was Raining (flash fiction)



8 comments:

  1. Beautiful painting and beautiful poem~

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  2. जो तुमने कही थी मुझसे
    बिना कुछ कहे...

    सुंदर शब्द और उतना ही सुंदर चित्र...

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  3. Well painted, just a wave of thought or wave of water...memories come with just this movement.

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