एक सुहानी चांदनी रात को,
सोचा ज़िन्दगी के बारे में.
तुम्ही मुस्कुराए मेरे मन के गलियारे में
क्योंकि ज़िन्दगी तुमसे है,
ये रौशनी तुमसे है
जब कभी आएगी अमावस की रात,
थाम कर एक दूजे का हाथ
हम चलेंगे साथ साथ
खुशियाँ हो या ग़म
हम बाँट लेंगे
यूँ ही गाते मुस्कुराते
ज़िन्दगी काट लेंगे.
No comments:
Post a Comment