My Hindi translation
मेरी कब्र पर बैठकर आँसू ना बहाओ
मैं वहाँ हूँ ही नहीं; मैंने आँखें नहीं मूंदी।
मैं तो हवा का वो झोंका हूँ
जो हज़ारों दफ़ा तुम्हें छूकर गुज़रता है।
मैं बर्फ पर छिटकती हीरे सी चमक हूँ।
मैं पकी हुई फसलों पर पड़ने वाली
सूरज की रौशनी हूँ।
मैं वो बारिश हूँ
जो पतझड़ के मौसम में
हौले हौले बरसती है।
मैं उन खामोश पंछियों के परों की फड़फड़ाहट हूँ
जो सुबह के पहले पहर जागने पर सुनाई देती है।
मैं वो मद्धिम सितारा हूँ जो रात को जगमगाता है।
मेरी कब्र पर बैठकर आँसू ना बहाओ,
मैं वहाँ हूँ ही नहीं, मेरी मौत हुई ही नहीं...
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Oh, this was lovely, Tarang! Honestly, I loved your words more. <3
ReplyDeleteThat's very kind of you to say so. Thank you, Shilpa. 💛
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