Rain in My Heart by Edgar Lee Masters.
My Hindi translation
मेरे मन में एक धीमी-धीमी सी बारिश है,
कुछ यूं, जैसे कोई तक़लीफ़ में सुकून ढूंढता हो।
और बाहर, छत पर, बारिश की बूंदों से सराबोर,
गौरेया चहचहा रही है।
बारिश जो मेरे ज़ेहन में है; बारिश जो छत पर है;
और वो याद जो धूसर, शांत आसमां तले सोई है,
किसी भी यादगार दिन का ख़्वाब लेकर नहीं आयी।
मुझे राहत नहीं चाहिए, ना सुनहरे बादल, ना ही मद्धिम बयार।
बस ऐसे ही दिन चाहिए, तब तक, जब तक कि मेरा मन तुम्हें खो देने के ग़म से सुलह ना कर ले।
मैं तुम्हें कभी नहीं देख पाऊंगी...
तुम्हें उस तरह जानने की, जैसे कि तुम थे,
हर उम्मीद फिसलती जा रही है।
मैं ―जो खुद बदल चुकी हूँ ―
उस बदली हुई सूरत को कभी नहीं ढ़ूंढ पाऊंगी
जिस चेहरे से मैंने कभी इतना प्यारा किया था।
You translated it so beautifully. The essence of the poem has come out so poignantly
ReplyDeleteThank you so much! :)
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